हेल्लो दोस्तों हर बार कि तरह इस बार भी हम आपके लिए Hindi guide24 की Website मे कुछ नया आर्टिकल लेकर आये है और इस बार हम बात करेगे की कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में लिंकर और लोडर क्या है, क्योकि जो भी लोग कंप्यूटर प्रोग्रामिंग करते समय कई चीजें एक साथ काम करती हैं, ऐसे में लिंकर और लोडर का महत्वपूर्ण स्थान है प्रोग्रामिंग सीइन सब को करने में तो उनके लिए बहुत ही जरुरी है लिंकर और लोडर के बारे में जानना इसलिए इस आर्टिकल मे इसकी पूरी जानकारी देने वाले है तो चलिए स्टार्ट कर्ट है की लिंकर और लोडर क्या है-
- What is linker
linker लिंकर बायनरी भाषा में प्राप्त ऑब्जेक्ट कोड को किसी विशेष मशीन पर चलने लायक मशीन कोड में बदल देता है जैसा कि आप जानते होगे की कंपाइलर एक से अधिक कंप्यूटर प्रोग्रामों का समूह होता है जो किसी उच्च स्तरीय कंप्यूटर भाषा में लिखे गए प्रोग्राम को किसी दूसरी भाषा में बदल देता है, अब कंप्यूटर भाषा में जो प्रोग्राम है उसे स्रोत भाषा कहा जाता है इसे प्रोग्राम का स्रोत कोड भी कह सकते हैं इस प्रकार जिस भाषा में स्रोत कोड को बदला जाता है उसे टारगेट लैंग्वेज या लक्ष्य भाषा कहा जाता है और इस प्रकार प्राप्त कोड को ऑब्जेक्ट कोड कहते हैं इसी ऑब्जेक्ट कोड को लिंकर मशीन कोड में बदलता है, यानि की लिंकर जो एप्लीकेशन एक्सटेंशन .EXE होता है उन फाइलो को develop करने का काम लिंकर करता है,
- What is loader
अब जो काम लिंकर करता है और इसके आगे के स्टेप्स को लोडर Follow करता है जो प्रोग्राम के मशीन कोड को सिस्टम मेमोरी में लोड करने का काम करता है लोडर कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम का हिस्सा होता है जो प्रोग्राम लोडिंग के लिए होता है लोडर प्रोग्राम को मेमोरी में फीड करता है और प्रोग्राम के वर्चुअल एड्रेस को फिजिकल एड्रेस में बदल देता हैं, और हम कह सकते है की जिसके थ्रू हमारे कंप्यूटर में फाइल और फोल्डर तैयार को डेवेलोप जिया जाता है ये सभी काम लोडर करता है,
तो अब आपके समझ में आ गया होगा की लिंकर और लोडर क्या और यह कैसे काम करते है तो आपको हमारी जह जानकारी अच्छी लगी होतो इस जानकारी को शेयर जरुर करे?
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