हेल्लो दोस्तों हर बार कि तरह इस बार भी हम आपके लिए Hindiguide24 की Website मे कुछ नया आर्टिकल लेकर आये है -और इस बार हम बात करेगे की कंप्यूटर में सेकेंडरी मेमोरी क्या है और यह कितने टाइप्स की होती है,पूरी जानकारी इस आर्टिकल में आपको देने वाले है, तो चलिए सबसे पाहते जानते है की सेकेंडरी मेमोरी क्या है,
Secondary Memory क्या होती है ?
सेकेंडरी मेमोरी (Secondary Memory) को अलग से जोडा जाता है और यह स्टोरेज के काम आती है तो इसे सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस भी कहते हैं, प्राइमरी मेमोरी (Primary Memory) के अपेक्षा इसकी गति बहुत ही कम होती है लेकिन इसकी Storage क्षमता प्राइमरी मेमोरी (Primary Memory) से कही अधिक होती है और जरूरत पडने पर इसे अपग्रेड (घटाया या बढाया) जा सकता है, तो आईये जानते हैं सेकेंडरी मेमोरी कितने प्रकार की होती है -
Secondary Memory चार प्रकार की होती है-
- Magnetic Tape
- Megnetic Disk
- Optical Disk
- USB Flash Drive
- (Magnetic Tape)
यह देखने में किसी पुराने जमाने के टेप रिकार्डर की कैसेट की तरह होती थी, इसमें प्लास्टिक के रिबन पर चुम्बकीय पदार्थ की परत चढी होती थी, जिस पर डाटा स्टोर करने के लिये हेड का प्रयोग किया जाता था बिलकुल टेप रिकार्डर की तरह होती है, इसमें लिखे गए डाटा को कितनी बार भी लिखा और मिटाया जा सकता है और यह काफी सस्ते होते थे इसलिए मैग्नेटिक टेप का इस्तेमाल किया जाता थाम,
- Megnetic Disk
Magnetic Disk के भी दो टाइप होते है तो चलिए जानते है की वोह क्यों से टाइप्स है-
- फ्लॉपी डिस्क (Floppy Disk)
- हार्ड डिस्क ड्राइव (Hard Disk Drive)
- Floppy Disk
फ्लॉपी डिस्क (Floppy Disk) के बहुत पतले प्लास्टिक की एक गोल डिस्क होती है जो एक प्लास्टिक के कवर में बंद रहती है इस डिस्क पर चुम्बकीय पदार्थ की परत चढी होती थी, Floppy Disk आकार और स्टोरेज के आधार पर दो प्रकार की होती है -
- Mini Floppy - मिनी फ्लॉपी का व्यास 3½ इंच होता है और इसकी स्टोरेज क्षमता 1.44 MB होती है इसे कंप्यूटर में रीड करने के लिये 3½ इंच के फ्लॉपी डिस्क रीडर (Floppy disk reader) की आवश्यकता होती है, यह लगभग 360 RPM यानि Revolutions Per Minute के हिसाब से घुमती है,
- Micro Floppy- माइक्रो फ्लॉपी का व्यास (Diameter) 5½ इंच होता है और इसकी स्टोरेज क्षमता 2.88 MB होती है, इसके भी 5½ इंच के फ्लॉपी डिस्क रीडर (Floppy disk reader) की आवश्यकता होती है
Important Note: कंप्यूटर में "A" और "बB" ड्राइव का इस्तेमाल फ्लॉपी डिस्क के लिये ही होता है, और आज भी वर्तमान में "A" और "B" ड्राइव फ्लॉपी डिस्क के लिये ही Reserve रहती है, हालांकि इसका प्रयोग बिलकुल बंद हो चुका है,
- Hard Disk Drive
हम आपको बताना चाहते है कि दुनिया की पहली हार्ड डिस्क ड्राइव (Hard Disk Drive) के निर्माता IBM हैं, जिसे 1980 में बनाया गया, यह एक एलुमिनियम धातु की डिस्क होती है जिस पर पदार्थ का लेप चढा रहता है, यह डिस्क एक धुरी पर बडी तेजी से घूमती है और इसकी गति को RPM यानि Revolutions Per Minute यानि चक्कर/घूर्णन प्रति मिनट में मापा जाता है, आजतक बाजार में 5200 RPM और 7200 RPM वाली हार्ड डिस्क ड्राइव (Hard Disk Drive) उपलब्ध है, हार्डडिस्क ड्राइव में Track और Sector में डाटा स्टोर होता है. एक सेक्टर में 512 बाईट डाटा स्टोर होता है, 80 के दशक में आयी हार्डडिस्क ड्राइव जिसके पहले पार्टीशन को नाम दिया गया "C" ड्राइव और आज जब आप विंडोज इंस्टॉल करते हो तो वह सबसे पहले "C" ड्राइव में ही इंस्टाॅल होती है।और इस को Secondary Memory के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है,
- Optical Disk
Optical Disk में पॉली कार्बोनेट की गोल डिस्क होती है, जिस पर एक रासायनिक पदार्थ का लेप रहता है ऑप्टिकल डिस्क (Optical Disk) डेटा डिजिटली रूप में सुरक्षित रहता है, डाटा को ऑप्टिकल डिस्क (Optical Disk) पर रीड और राइट करने के लिये कम क्षमता वाले लेजर प्रकाश का प्रयोग किया जाता है ऑप्टिकल डिस्क (Optical Disk) तीन प्रकार की होती है -
- CD
- DVD
- Blu Ray
- USB Flash Drive
यह Drive सबसे पॉपुलर और पोर्टबल सेकेंडरी मेमोरी डिवाइस है जो USB पोर्ट के माध्यम से कंप्यूटर से जोड़ी जाती है जिसे हम पेन ड्राइव के नाम से भी जानते है, इसका प्रयोग वीडियो देखना, ऑडियो के अलावा अन्य डेटा को सेव करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है,
हमने आपको इस आर्टिकल में सेकेंडरी मेमोरी क्या है और यह कितने टाइप्स की होती है की पूरी जानकारी इस आर्टिकल में दी है, अगर आपको जानकारी से रिलेटेड कोई सवाल है तो आप कमेंट्स करके जरुर क्लियर करे, और इस आर्टिकल को शेयर करे,
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