कंप्यूटर का परिचय (Introduction to Computers in Hindi)

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कंप्‍यूटर का परिचय( Introduction to Computer in Hindi

हेल्लो दोस्तों हर बार कि तरह इस बार भी हम आपके लिए Hindi guide24 की Website मे कुछ नया आर्टिकल लेकर आये है और इस आर्टिकल में हम आपको Introduction to Computers (कंप्यूटर का परिचय) के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है तो चलिए जानते है की कंप्यूटर क्या है,

कंप्यूटर शब्द अंग्रेजी के "Compute" शब्द से बना है, जिसका अर्थ है "गणना", करना होता है इसीलिए इसे गणक या संगणक भी कहा जाता है, इसका अविष्‍कार Calculation करने के लिये हुआ था, पुराने समय में Computer का use केवल Calculation करने के लिये किया जाता था किन्‍तु आजकल इसका use डाक्‍यूमेन्‍ट बनाने, E-mail, listening and viewing audio and video, play games, database preparation के साथ-साथ और कई कामों में किया जा रहा है, जैसे बैकों में, शैक्षणिक संस्‍थानों में, कार्यालयों में, घरों में, दुकानों में, Computer का उपयोग बहुतायत रूप से किया जा रहा है, computer केवल वह काम करता है जो हम उसे करने का कहते हैं यानी केवल वह उन Command को फॉलो करता है जो पहले से computer के अन्‍दर डाले गये होते हैं, उसके अन्‍दर सोचने समझने की क्षमता नहीं होती है, computer को जो व्‍यक्ति चलाता है उसे यूजर कहते हैं, और जो व्‍यक्ति Computer के लिये Program बनाता है उसे Programmer कहा जाता है।

Computer मूलत दो भागों में बॅटा होता है-

  • सॉफ्टवेयर
  • हार्डवेयर


Specific Characteristics of Computer
कंप्यूटर की अपनी कुछ मुख्य विशेषताएँ अथवा गुण होते हैं, जिनके कारण उसकी विशेष महत्ता है। कंप्यूटर के विशिष्ठ गुण अग्रलिखित हैं~
  1. गति (Speed)~ कंप्यूटर अपने प्रत्येक कार्य को अत्यधिक तेज गति से करता है। यह पलक झपकते ही गुणा/ भाग या जोड़/ घटाने आदि से सम्बंधित लाखों संक्रियाएँ कर सकता है। एक आधुनिक कंप्यूटर यदि उचित प्रोग्राम द्वारा कार्य कर रहा हो तो वह लगभग तीस लाख संक्रियाएँ एक साथ कर सकता है। मनुष्य के लिए समय की सबसे छोटी इकाईयां; जैसे~ मिली-सेकंड, माइक्रो-सेकंड, नैनो-सेकंड तथा पिकोसेकेंड आदि का प्रयोग किया जा सकता है।
  2. शुद्धता (Accuracy)~ कंप्यूटर अपने कार्य को बिना किसी त्रुटि के करता है।कंप्यूटर स्वयं कबि त्रुटि नही करता। यदि कहीं त्रुटि की आशनका रहती भी है तो वह हमारे द्वारा या तो डाटा डालते समय अथवा प्रोग्राम देते समय होती है। कंप्यूटर अपने कार्य को सदैव एक ही प्रकार से करता है। साधारणतः सभी कंप्यूटर 38 अंकों वाली संख्याओं से सम्बंधित किसी भी प्रकार की संक्रिया बिना किसी त्रुटि के क्र सकते हैं।
  3. सार्वभौमिकता (Universality)~कंप्यूटर का आज सारी दुनिया में व्यापक रूप से प्रयोग किया जा रहा है। यह केवल जटिल गणितीय कार्यों के लिए ही नहीं, अपितु अनेक व्यवसायिक व अन्य कार्यों के लिए; जैसे~टेलीफ़ोन की लाइन जोड़कर संचार के माध्यम को विस्तृत करना, तरह-तरह के खेलों को डालकर मनोरंजन करना आदि के लिए भी प्रयोग किया जाता है। इंटरनेट की सुविधा ने तो दुनिया को समेटकर और भी छोटा कर दिया है।
  4. स्वचालन (Automation)~ कंप्यूटर अपने कार्य लगभग स्वचालित रूप में ही करता है। इसका अभिप्राय यह है कि कंप्यूटर से कार्य कराने के लिए हमे कुछ निर्देश मात्र देने की ही आवश्यक्ता होती है। आगे की कार्यविधि का संचालन एवं परिणाम का निर्धारण वह स्वयं करता है।
  5. सछमता (Capacity)~ कंप्यूटर बिना थके तथा ऊबे हुए उपयुक्त वातावरण मिलने पर 24 घण्टे और 365 दिन लगातार कार्य कर सकता है।
  6. संग्रहण छमता (Storage Capacity)~ कंप्यूटर की संग्रहण छमता भी बहुत अधिक होती है। एक समय में ही यह अत्यधुनिक सूचनाओं का संग्रहण कर सकता है। कंप्यूटर में डाटा को संग्रहित करने के लिए विभिन्न प्रकार के डिवाइसेज; जैसे~हार्ड डिस्क, फ्लॉपी डिस्क, सी०डी० आदि का प्रयोग किया जाता है। कंप्यूटर की संग्रहण छमता को नापने के लिए अनेक मानक इकाइयों का प्रयोग किया जाता है। ये इकाइयां निम्नवत हैं~
दोस्तों हमें आपको इस आर्टिकल में Introduction to Computers in Hindi में कंप्यूटर की जानकारी दी है अगर आपका इस आर्टिकल से related कोई सवाल है तो हमे comments के द्वारा जरुर बताये 

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