हेल्लो दोस्तों हर बार कि तरह इस बार भी हम आपके लिए Hindi guide24 की Website मे कुछ नया आर्टिकल लेकर आये है आयर इस बार हम इस आर्टिकल में बताये की कंप्यूटर में Booting Process क्या होता है क्योकि आपने अक्सर कंप्यूटर (computer) में विंडोज इंस्टॉल (Windows Install) कराते समय बूटिंग (Booting) या (Bootable) शब्द जरुर सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्या होता है ये बूूटिंग प्रोसेस और अगर आप नहीं जानते है तो आज हम आपको इस आर्टिकल में इसकी पूरी जानकारी देने वाले है- तो चलिये जानते हैं कि What is Booting Process in Computer - कंप्यूटर में बूटिंग क्या होती है,
What is Booting Process in Computer - कंप्यूटर में Booting Process क्या होता है?
What is Booting Process in Computer - कंप्यूटर में Booting Process क्या होता है?
जब आप अपने कंप्यूटर स्टार्ट करते हैं तो सीपीयू (CPU) और बायोस (BIOS) मिलकर कंप्यूटर को स्कैन करते हैं, जिसमें कंप्यूटर यह पता करता है कि मदरबोर्ड से कौन-कौन से उपकरण जुडें है और ठीक प्रकार से काम कर रहे हैं या नहीं, इसमें रैम, डिस्पले, हार्डडिस्क आदि की जॉच होती है, यह प्रक्रिया पोस्ट (Post) प्रक्रिया कहलाती है।
जब कंप्यूटर पोस्ट (Post) की प्रकिया कंम्पलीट कर लेता है तो बायोस (BIOS) बूूटिंग Device को सर्च करता हैै, और वह हर बूट डिवाइस में बूटिंग फाइल को सर्च करता है, सबसे पहले First Boot Device, फिर Second Boot Device इसके बाद Third Boot Device और अगर इसमें भी बूटिंग फाइल न मिले तो Boot Other Device, बायोस (BIOS) को जिसमें भी पहले बूटिंग फाइल (Booting File) मिल जाती है। वह उसी से कंप्यूटर को बूट करा देता है और कंप्यूटर में विंडो की लोडिंग शुरू हो जाती है। और आपका कंप्यूटर पूरा Process compelite कर लेता है और कंप्यूटर फिर उसी उवास्था में आ जाता है,
जो लोग सीडी या डीवीडी से विंडोज इंस्टॉल करते हैं वह First Boot Device के तौर पर CDROM को सलेक्ट करते हैं, लेकिन हर किसी सीडी से बायोस (BIOS) कंप्यूटर को बूट नहीं करा सकता है इसके लिये सीडी या डीवीडी का बूटेबल (Bootable CD or DVD) होना जरूरी है, इसमें (Bootable) होने का मतलब है कि उसमें बूटिंग फाइल (Booting File) होना चाहिये जिससे बायोस (BIOS) उसे पढ सके। और अपना काम कर सके,
Type of Booting Process - बूटिंग के प्रकार
कंप्यूटर में बूटिंग प्रोसेस दो प्रकार के होती है कोल्ड बूटिंग (Cold booting) और वार्म बूटिंग (Warm Booting) -
कोल्ड बूटिंग क्या होती है -
जब हम CPU के कंप्यूटर computer का पावर बटन Power button या स्टार्ट बटन (Start button) को प्रेस कर के कंप्यूटर को स्टार्ट करते हैं तो इस Process को कोल्ड बूटिंग Cold booting कहा जाता है।
वार्म बूटिंग क्या होती है -
कंप्यूटर के हैंग होने की स्थिति में की-बोर्ड के द्वारा Alt+Ctrl+Del दबाकर या फिर रिस्टार्ट बटन का उपयोग कंप्यूटर को दोबारा बूट कराने की प्रकिया वार्म बूटिंग कहलाती Warm Booting या फिर (reboot) भी कहते हैं,
इस आर्टिकल में हमने आपको बताया है की कंप्यूटर में Booting Process क्या होता है और इसके कितने टाइप्स होता है की पूरी जानकारी इस आर्टिकल में दी है अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो हमे कमेंट्स जरुर बताये और आर्टिकल को शेयर करे, और हमारे latest आर्टिकल को पढने के लिए हमारी Website को Subscribe करे,
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